ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद सोशल मीडिया पर ‘फंड कावेरी इंजन’ नामक ऑनलाइन अभियान तेज़ी से लोकप्रिय हो रहा है। यह अभियान नागरिकों और रक्षा क्षेत्र के समर्थकों द्वारा भारत के स्वदेशी फाइटर जेट इंजन परियोजना को समर्थन और वित्तीय प्रोत्साहन देने की मांग को लेकर चलाया जा रहा है। कावेरी इंजन भारत का एक स्वदेशी जेट इंजन है, जिसे रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) की गैस टर्बाइन अनुसंधान स्थापना (GTRE) द्वारा विकसित किया गया है। यह एक लो–बायपास ट्विन–स्पूल टर्बोफैन इंजन है, जो लगभग 80 किलो न्यूटन (kN) थ्रस्ट उत्पन्न करने में सक्षम है। इस परियोजना का मूल उद्देश्य इसे हल्के लड़ाकू विमान (LCA) तेजस के लिए उपयोग करना था।