भारत की जनजातीय कला एवं संस्कृति को सहेजने और वैश्विक मंच पर पहुँचाने के लिए जनजातीय कार्य मंत्रालय ने 10 सितम्बर 2025 को भारत मंडपम, नई दिल्ली में राष्ट्रीय सम्मेलन – आदि कर्मयोगी अभियान के अवसर पर आदि संस्कृति (Beta Version) का शुभारंभ किया। इसका उद्घाटन श्री दुर्गादास उइके, राज्य मंत्री, जनजातीय कार्य मंत्रालय द्वारा किया गया। यह पहल दुनिया का पहला जनजातीय संस्कृति के लिए डिजिटल विश्वविद्यालय (Digital University) मानी जा रही है। इसका उद्देश्य केवल परंपराओं का संरक्षण ही नहीं, बल्कि जनजातीय शिल्पकारों को वैश्विक बाज़ारों से जोड़कर आजीविका भी सुनिश्चित करना है।