केंद्र सरकार ने 2027 की जनगणना को डिजिटल मोड में दो चरणों में कराने को मंजूरी दे दी है,जिसमे जाति गणना भी शामिल होगी। 1931 में अंग्रेजों ने देश में आखिरी जाति जनगणना कराई थी। 30 अप्रैल 2025 को, केंद्रीय मंत्रिमंडल ने आगामी जनसंख्या जनगणना में जाति गणना को शामिल करने को मंजूरी दी थी। पिछली राष्ट्रव्यापी दशकीय जनगणना 2011 में आयोजित की गई थी। 2020 में कोविड-19 के प्रकोप के कारण देश में 2021 की जनगणना,समय पर शुरू नहीं की जा सकी। चरण I में घरों की सूची बनाना शामिल होगा, और चरण II में जाति सहित जनसंख्या की गणना शामिल होगी उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर और पूरे केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के बर्फीले इलाकों में जनगणना 1 अक्टूबर 2026 से शुरू होगी। देश के बाकी हिस्सों में जनगणना 1 मार्च 2027 से शुरू होगी।