भारत ने अमेरिका में पेश किए गए Russian Sanctions Act 2025 पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है, जिसमें रूस से तेल खरीदने वाले देशों (जिनमें भारत भी शामिल है ) पर 500% तक शुल्क लगाने का प्रस्ताव है। भारत ने इस विधेयक को लेकर वैश्विक कूटनीति में “दोहरे मापदंडों“ के खिलाफ चेतावनी दी है और कहा है कि यह विकासशील देशों की ऊर्जा संप्रभुता को कमजोर करने वाला कदम है। भारत रूस से रियायती दरों पर बड़ी मात्रा में कच्चा तेल आयात करता है, जिससे घरेलू ईंधन मूल्य नियंत्रण में रहता है। यह विधेयक भारत की सस्ती और भरोसेमंद ऊर्जा आपूर्ति को खतरे में डाल सकता है, जो विकासशील अर्थव्यवस्था के लिए अनिवार्य है। यह अधिनियम भारतीय कंपनियों को रूसी ऊर्जा फर्मों से व्यापार करने से रोक सकता है। भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा कच्चा तेल आयातक देश है।