चीनी डॉक्टरों ने आनुवंशिक रूप से संशोधित सूअर के लीवर (Liver) को मानव में सफलतापूर्वक प्रत्यारोपित कर चिकित्सा क्षेत्र में ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। यह अंग 10 दिनों तक बिना प्रतिरक्षा अस्वीकृति या सूजन के सामान्य रूप से कार्य करता रहा, जिससे वैश्विक अंग संकट के समाधान की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है।
Xenotransplantation वह प्रक्रिया है जिसमें एक प्रजाति से दूसरी प्रजाति में अंग, ऊतक, या कोशिकाओं का प्रत्यारोपण किया जाता है।
यह एक प्रयोगात्मक उपचार है, जिसे केवल गंभीर और दुर्लभ मामलों में किया जाता है।
प्रक्रिया कैसे काम करती है?
प्रत्यारोपित कोशिकाएँ, ऊतक, या अंग Xenografts/Xenotransplants कहलाते हैं।
“Xeno” ग्रीक शब्द है, जिसका अर्थ “विदेशी” या “अजीब“ होता है।
यह कोई नई अवधारणा नहीं है, बल्कि पिछले कई वर्षों में इस पर विभिन्न प्रयास किए गए हैं।
चुनौतियाँ:
पिछले प्रयास असफल रहे, क्योंकि प्रतिरोधक तंत्र (Immune Rejection) की वजह से शरीर ने अंगों को अस्वीकार कर दिया।
संक्रमण (Infection) का जोखिम: जीवाणु और वायरस संक्रमण का खतरा प्रत्यारोपित अंग की प्रकृति, संक्रमण की मात्रा, और प्रतिरक्षा प्रणाली (Immune Competence) पर निर्भर करता है।