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रामेश्वरम में देश का पहला वर्टिकल लिफ्ट रेलवे समुद्री पुल का उद्घाटन

Written by ramkesh | Apr 8, 2025 12:15:00 AM

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 6 अप्रैल 2025 को तमिलनाडु के रामेश्वरम में नवनिर्मित पंबन पुल का उद्घाटन किया, जो भारत का पहला वर्टिकल लिफ्ट(ऊर्ध्वाधर) रेलवे समुद्री पुल है। प्रधानमंत्री ने रामेश्वरम में 8,300 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली विभिन्न रेल और सड़क परियोजनाओं का उद्घाटन/ शिलान्यास और राष्ट्र को समर्पित किया। यह 110 साल पुराने पंबन पुल की जगह लेगा, जिसे 2022 में बंद कर दिया गया था।

 

 

नए पुल की विशेषताएँ :

यह देश का पहला  वर्टिकल लिफ्ट(ऊर्ध्वाधर) रेलवे समुद्री पुल है।
यह 2.08 किलोमीटर लंबा है, जो पाक जलडमरूमध्य में स्थित पंबन द्वीप के रामेश्वरम को तमिलनाडु की मुख्य भूमि में स्थित  मंडपम शहर से जोड़ता है।
इस पुल का निर्माण भारतीय रेलवे के रेल विकास निगम लिमिटेड (आरवीएनएल) ने 700 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से किया है।
इस पुल के बीच में 72.5 मीटर का 'वर्टिकल लिफ्ट स्पैन' है, जो 17 मीटर ऊपर उठ सकता है ताकि जहाज इसके नीचे से आसानी से गुजर सके।
पुल स्टेनलेस स्टील के सुदृढीकरण, पूरी तरह से वेल्डेड जोड़ों से बना है।
इसमें जंग से बचाने के लिए उच्च श्रेणी का सुरक्षात्मक पेंट और विशेष पॉलीसिलोक्सेन कोटिंग है जो इसकी स्थायित्व को बढ़ाएगा और रखरखाव की जरूरतों को कम करेगा।
पुल को भविष्य के परिवहन यातायात को पूरा करने के लिए दोहरी रेल पटरियों का समर्थन करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।


पुराने पंबन ब्रिज के बारे में :


पुराने पंबन ब्रिज का निर्माण ब्रिटिश काल के दौरान 1911 में शुरू हुआ था और इसे 1914 में जनता के लिए खोल दिया गया था।
यह भारत का पहला समुद्री पुल था और 2010 में खोले गए 5.6 किलोमीटर लंबे बांद्रा-वर्ली सी लिंक से पहले तक यह देश का सबसे लंबा समुद्री पुल था।
2.2 किलोमीटर लंबा पंबन ब्रिज,23 दिसंबर 1964 को आए सुनामी से प्रभावित हुआ था।
उस दुर्भाग्यपूर्ण  रात करीब 11 बजे रामेश्वरम से धनुषकोडी जा रही 653 पंबन-धनुषकोडी पैसेंजर ट्रेन के सभी डिब्बे, जो उस समय पुल को पार कर रहे थे, सुनामी की चपेट में आ कर बह गए थे।