विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने हाल ही में हेपेटाइटिस D को कैंसर उत्पन्न करने वाला (carcinogenic) वायरस घोषित किया है। यह निर्णय वैश्विक स्तर पर वायरल हेपेटाइटिस की रोकथाम की तत्काल आवश्यकता को रेखांकित करता है, जो आज भी एक गंभीर सार्वजनिक स्वास्थ्य चुनौती बनी हुई है। विशेष रूप से जब हेपेटाइटिस D वायरस (HDV) संक्रमण हेपेटाइटिस B वायरस (HBV) के साथ होता है, तो यह लीवर कैंसर और गंभीर यकृत रोग के जोखिम को कई गुना बढ़ा देता है। हेपेटाइटिस D वायरस (HDV) एक रक्तजनित वायरस है जो केवल हेपेटाइटिस B वायरस (HBV) की उपस्थिति में ही सक्रिय होता है। यह स्वतंत्र रूप से नहीं रह सकता और या तो सह-संक्रमण (co-infection) या सुपरइन्फेक्शन (superinfection) के रूप में होता है।